नमस्कार दोस्तों इसी साल के शुरुआती में यानि की जनवरी में अमरीकी शॉर्ट सेलर कंपनी Hindenburg ने अडानी ग्रुप के ऊपर स्टॉक मार्केट के नियम को तोड़ने के के साथ कई गंभीर आरोप लगाया था हालंकि उसी समय अडानी ग्रुप ने इसे खारिज कर दिया था लेकिन कंपनी के शेयर पे काफी असर पड़ा था। इसके बाद भारत में सुप्रीम कोर्ट की ओर से सेबी को जांच करने क्यू ऑर्डर दिया गया था।
Adani Hindenburg Mystery
आज स्टॉक मार्केट में निवेश करने वाले के लिए खास दिन है या बोले अडानी ग्रुप के निवेशकों के लिए खास दिन होने वाल है क्योंकि इस बार भारत में स्टॉक मार्केट को रेगुलेट करने वाली संस्था SEBI (Securities Exchange Board Of India) ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी है की इस बार समय बढ़ाने की जरुरत नही है, इससे हमें यह अंदाजा होता है की सेबी की जांच लास्ट स्टेज में आ गई है। आज सुप्रीम कार्ट की ओर से सेबी से पूछा गया है की निवेशकों की सुरक्षा के लिए क्या क्या कदम उठाए गए है। इसे सेबी ने कहा है की ऐसे मामले पे शॉर्ट सेलर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।
- Tata Technologies IPO: अगर लगाया पैसा तो पहले दिन होगा दोगुना
- एक चार्ज में 450Km चलने वाली इलेक्ट्रिक कार की डिमांड ऐसी बढ़ी की ऑर्डर के 8 हफ्ते बाद होगी डिलीवरी
कैसे शूरु हुआ मामला
आपकों बता दू की जनवरी 2023 में अमरीकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडेनबर्ग ने अडानी ग्रुप के ऊपर एक रिर्पोट जारी किया था जिसमें अडानी ग्रुप के ऊपर कई तरह के गंभीर आरोप लगाई गए थे। जिसकी वजह से अडानी समूह का बहुत ज्यादा नुकसान हुआ था।
इसके बाद सुप्रीम कार्ट में कई तरह की याचिकाएं दायर की गई जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने SEBI को दो महीने का समय दिया की सारा जांच किया जाए। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने एक पैनल भी तैयार किया था। लेकिन डिडलाइन पूरा होने से पहले सेबी ने तारीख और बढ़ावा ली जिसके बाद 14 अगस्त 2023 को रिर्पोट जमा करना था। जिसके बाद सेबी ने कोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट को दिया है और फिलहाल फाइनल रिर्पोट को सबमिट करना बाकी है।
वहीं पे जैसे की मैने ऊपर कहा था की सुप्रीम कोर्ट ने भी एक अलग से पैनल बैठाई थी तो उस पैनल ने गौतम अडानी के ऊपर लगे आरोप को गलती ठहराते हुए बताया की कंपनी में कोई भी गलत करने या फेर बदल का स्पष्ट संकेत नही मिला है।